तुम देह को भोग कर आना
अपना सारा इश्क़ करके आना
जब बातों से जी भर जाये
तब आना
तुम तब आना
जब सूरज अस्त होते होते
थोड़ा सा बचा हो
सिंदूरी आसमाँ रात की अगवाई में सजा हो
पंछी अपने घरों को लौट रहे हो
तुम भी लौटना वैसे ही
लेकिन पूरी तरह रिक्त होकर आना
तभी तो भर पाओगे मुझको खुद में
मुझे तुम्हारा इंतजार रहेगा
अंतिम सूरज के अंतिम टुकड़े तक
तुम अपनी धूरी पर घुमना
मैं घुमता रहूँगा अपनी पर
और एक वक्त आयेगा
तब कंपन होगा, स्पंदन होगा
छू जायेंगे एक दूजे को फिर से हम
लेकिन बस....
कोई इच्छा शेष मत लाना
तुम जी भर के जीकर आना
सिर्फ मुझसे एकाकार होने आना
हर रोज सुबह की सैर मुझे पूरे दिन के लिये शारीरिक मानसिक रूप से तरोताजा करती है। सैर के बाद हम एक भैयाजी के पास गाजर, बीट, हल्दी, आंवला ,अदरक और पोदीने का जूस पीते है, जिसकी मिक्सिंग हमारे अनुसार होती है। हम उनके सबसे पहले वाले ग्राहक होते है , कभी कभी हम इतना जल्दी पहूंच जाते है कि उन्होने सिर्फ अपना सब सामान सैट किया होता है लेकिन जूस तैयार करने में उन्हे पंद्रह मिनिट लग जाते है, जल्दबाजी में नही होती हूँ तो मैं जूस पीकर ही आती हूँ, वैसे आना भी चाहू तो वो आने नहीं देते , दो मिनिट में हो जायेगा कहकर, बहला फुसला कर पिलाकर ही भेजते है। उनकी अफरा तफरी और खुशी दोनो देखने लायक होती है। आज सुबह भी कुछ ऐसा ही था, हम जल्दी पहूंच गये और उन्होने जस्ट सब सैट ही किया था , मैं भी जल्दबाजी में थी क्योकि घर आकर शगुन का नाश्ता टीफिन दोनों बनाना था। हमने कहां कि आज तो लेट हो जायेगा आपको, हम कल आते है लेकिन भैयाजी कहाँ मानने वाले थे । उन्होने कहा कि नयी मशीन लाये है , आपको आज तो पीकर ही जाना होगा, अभी बनाकर देते है। मुझे सच में देर हो रही थी लेकिन फिर भी उनके आग्रह को मना न कर स...
टिप्पणियाँ
हम जानते है लेखकों के साथ ऐसी कई समस्याएं होती है, इसलिए ऐसी कई समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हम आपके लिए लाएं है स्पेशल स्वयं प्रकाशन योजना। इस योजना को इस प्रकार तैयार किया गया है कि लेखक पर आर्थिक बोझ न पड़े और साथ ही लेखक को उचित रॉयल्टी भी मिले।
हमारा उद्देश्य : लेखक के बज़ट में उच्च क्वालिटी की पुस्तकों का प्रकाशन एवं उच्चतम रॉयल्टी प्रतिशत (Highest Royalty Percentage)।
अधिक जानकारी के लिए विजिट करें - https://www.prachidigital.in/special-offers/
हम नंबर 1 नहीं है, लेकिन लेखक को निराश नहीं होने देते है - प्राची डिजिटल पब्लिकेशन