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अगस्त, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मित्रता दिवस

आज मित्रता दिवस है, दोस्ती का दिन!          क्या आपने कभी शिद्दत से दोस्ती को महसूस किया है, अक्सर लोग प्यार को तो शिद्दत से महसूस कर लेते है पर दोस्ती को नहीं कर पाते क्योकि सामान्यतया दोस्ती से मायने मात्र मौज मस्ती के लगाये जाते है। जिंदगी सब बातों का समावेश है और जब हर उस समावेश में आपकी दोस्ती घूली होती है तो शायद वो जिंदगी बेहतरीन। आपने कृष्ण सुदामा, राम सुग्रीव की दोस्ती के बारे में भी सुना होगा, ये मित्र प्रेम के  शानदार उदाहरण है। यहाँ मित्र के साथ प्रेम शब्द भी आ गया है जो हर कोई महसूस नहीं कर सकता। जब मित्रता उच्चतम पायदान पर पहुँच जाती है तो वह प्रेम बन जाती है अब आपका मित्र आपका भाई बनकर आपको समझा सकता है, आपकी माँ बनकर आपको डाँट सकता है, आपका गुरु बनकर आपकी गलतियां आपको गिना सकता है.....और प्रेम के इन भावों को ह्रदय से निकाला नहीं जा सकता, वे स्थायी होते है और इनमे रत्तीभर भी फर्क लाना या सोचना मात्र भी कई बेहतरीन रिश्तों को खो देने के बराबर है।  जरुरी नहीं कि आप दोस्ती में रोज बातें करे या मिले, हाँ... लेकिन यह अहसास बना रहना जरुरी होता है कि बात नहीं करते हुए भी मित्र

एकाकी बचपन

         कहते है बच्चें भगवान का रुप होते है.....निसंदेह होते है, क्योकि दिल खोलकर हँसते है, रोते है, झगड़ते है और फिर गले मिल लेते है। बचपन बहुत प्यारा होता है,मस्ती भरा होता है.....लेकिन रुकिये..... हर बच्चे के साथ ऐसा नहीं होता। कुछ बच्चों का बचपन बहुत एकाकी होता है और मैं उनमे से एक हूँ लेकिन मेरी खुशक़िस्मती यह है कि मैने कभी एकाकीपन को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया,बल्कि मैंने कभी उसे समझा ही नहीं या फिर ये मान लिजिये कि मैं कभी इतनी बड़ी ही न हुई कि 'एकाकी' शब्द का विश्लेषण आपको समझा सकू,आज भी मेरे मन का वो एकाकी बच्चा निश्चिंतता के साथ मेरे अंदर बैठा है और शायद इसीलिये मैं कभी बोर नहीं हुई, मुझे कभी सौ लोगो का साथ नहीं चाहिये होता, समय व्यतीत करने के लिये। मेरे साथ ईश्वर का आशिर्वाद हमेशा रहा है शायद इसलिए ये एकाकीपन मुझे कभी न खला, लेकिन हाँ..... ऐसे बच्चों की पीड़ा मैं समझ सकती हूँ।       हम भारतीय परिवारों में अक्सर होता क्या है कि हम बच्चों को बड़े होने तक बच्चा समझते रहते है।  हम नहीं समझ पाते कि उनकी भी भावनाएं होती है जिन्हें हम गाहे बगाहे आहत कर देते है और एक कच