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रंग

जीवन में कुछ रंग 
उधार रहते है
लेकिन हम भागते रहते है
उन्ही रंगों के पीछे
लालायित रहते है
उनमे खुद को रंग देने
लेकिन सुनो
जरुरी नहीं न 
कि जो रंग न मिले 
उसी से जीवन रंगीन हो
देखो.....समझो
तुम्हारा जीवन जैसा भी है 
बहुत रंगीन है
जो रंग तुमसे दूर है
उनको स्थगित करो 
जो नजदीक है
उन रंगों से अपना जहां 
खूबसूरत करो
होली की हार्दिक शुभकामनाएं 

टिप्पणियाँ

हरीश कुमार ने कहा…
सुन्दर स्रजन
Surendra shukla" Bhramar"5 ने कहा…
बहुत सुन्दर, होली की ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई आप सब को। राधे राधे।

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उम्मीद

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मन का पौधा

मन एक छोटे से पौधें की तरह होता है वो उंमुक्तता से झुमता है बशर्ते कि उसे संयमित अनुपात में वो सब मिले जो जरुरी है  उसके विकास के लिये जड़े फैलाने से कही ज्यादा जरुरी है उसका हर पल खिलना, मुस्कुराना मेरे घर में ऐसा ही एक पौधा है जो बिल्कुल मन जैसा है मुट्ठी भर मिट्टी में भी खुद को सशक्त रखता है उसकी जड़े फैली नहीं है नाजुक होते हुए भी मजबूत है उसके आस पास खुशियों के दो चार अंकुरण और भी है ये मन का पौधा है इसके फैलाव  इसकी जड़ों से इसे मत आंको क्योकि मैंने देखा है बरगदों को धराशायी होते हुए  जड़ों से उखड़ते हुए 

कुछ दुख बेहद निजी होते है

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