ब्रह्मांड देखा है तुमने ?
मैंने विचरण किया है
हवा सी लहराई हूँ
उन आँखों में गहरे उतर कर
जैसे ब्लैकहोल को छू लिया हो
वो गहराई रम गई मुझमे
नजर बदल गई, नजरिया बदल गया
अब जैसे एकाकार हूँ मैं
समुचे ब्रह्मांड से
न जाने किसकी ओरबिट में
चाँद बनी घूम रही हू्ँ
तू मैं हूँ
मैं तू है
गहन गहनता लिये
गुरुत्वाकर्षण से बाहर हूँ मैं
सघन हूँ तुझमे
तुम एक दिव्य पूँज की तरह
स्थित हो मेरे अनाहत चक्र में
जिसे, बिना तुम्हारी इजाजत
ले जा रही हूँ मैं
सहस्रार की ओर
देखो.....
उन आँखों में उतर कर
पुरा ब्रह्मांड पा लिया मैंने
अब बोलो क्या कहोगे इसे ?
ये एक बड़ा सा पौधा था जो Airbnb के हमारे घर के कई और पौधों में से एक था। हालांकि हमे इन पौधों की देखभाल के लिये कोई हिदायत नहीं दी गयी थी लेकिन हम सबको पता था कि उन्हे देखभाल की जरुरत है । इसी के चलते मैंने सभी पौधों में थोड़ा थोड़ा पानी डाला क्योकि इनडोर प्लांटस् को अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती और एक बार डाला पानी पंद्रह दिन तक चल जाता है। मैं पौधों को पानी देकर बेफिक्र हो गयी। दूसरी तरफ यही बात घर के अन्य दो सदस्यों ने भी सोची और देखभाल के चलते सभी पौधों में अलग अलग समय पर पानी दे दिया। इनडोर प्लांटस् को तीन बार पानी मिल गया जो उनकी जरुरत से कही अधिक था लेकिन यह बात हमे तुरंत पता न लगी, हम तीन लोग तो खुश थे पौधों को पानी देकर। दो तीन दिन बाद हमने नोटिस किया कि बड़े वाले पौधे के सभी पत्ते नीचे की ओर लटक गये, हम सभी उदास हो गये और तब पता लगा कि हम तीन लोगों ने बिना एक दूसरे को बताये पौधों में पानी दे दिया। हमे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करे, बस सख्त हिदायत दी कि अब पानी बिल्कुल नहीं देना है। खिलखिलाते...
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