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सितंबर, 2013 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

निर्भया

आँखें मेरी खुशी से है नम निर्भया के गम कुछ तो हुए होंगे कम माना कि तेरी आत्मा सिसकती है अब भी तेरी माँ की आँखों से आंसू बन के बहती है तु अब भी लेकिन माँ की आँखों में आज तु खुशी बन के उमड़ी है तेरे गुनहगारों को मिली है फांसी अब आगे नहीं बनेगी कोई निर्भया अभागी........ .............देश की न्यायव्यवस्था और मीडिया दोनो को धन्यवाद,यह संदेश है गुनहगारों के लिये ।

निर्भया

मेरी खिड़की से आ रही गड़गड़ाहट आज उपर गरज रहे बादल तो नीचे धुम धड़ाका विसर्जन का झुम रहे गणपति भी गा रहे सब गणपति बप्पा मोरया लेकिन मेरा मन खोया है कही ओर चिल्ला चिल्ला के कह रहा निर्भया....निर्भया....निर्भया मुझे नींद ना आयेगी आज जब तक दरिंदों के सर फांसी का ना सजेगा ताज देश का सम्मान है तु तु ही है मेरा भी मान मिला अब तो तुझे बप्पा का भी आशिर्वाद आसमां से बुंद-बुंद बरस रही तु मत रो,लाडली अब खौल रहा सबका लहु तु चिन्ता मत कर निर्भया तेरे गुनहगारों को मिलेगी सजा खिड़की से आ रही आवाज गणपति बप्पा मोरया .... फैसले के इंतजार है तेरी निर्भया......